व्यावसायिक संचार किसी भी व्यवसाय की सफलता और उत्थान के लिए पहली अनिवार्य शर्त है। आज हर उस संस्था में, जहाँ प्रशासन चलाने के लिए एक केन्द्रीय इकाई की जरूरत पड़ती है, व्यावसायिक संचार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यही कारण है कि स्कूल हो या कॉलेज, अस्पताल हो या क्लब, बैंक हो या बीमा कम्पनी, सरकारी विभाग हो या व्यापारिक संस्था, फैक्टरी हो या फुटकर दुकान, सभी जगह लेन-देन और निर्णयों का रिकार्ड रखने, सम्पर्क बनाने तथा सम्प्रेषण कायम रखने के लिए व्यावसायिक संचार का होना जरूरी है। इसके अतिरिक्त सूचना तकनीक के क्षेत्र में आई क्रान्ति एवं कम्प्यूटर के व्यापक प्रसार ने भी इसे काफी प्रभावित किया है। दिल्ली विश्वविद्यालय, नेशनल ओपन स्कूल (भारत सरकार), इंदिरा गांधी नेशनल ओपन स्कूल एवं अन्य विश्वविद्यालयों की समकक्ष कक्षाओं के पाठ्यक्रमों को ध्यान में रखकर इस पुस्तक की रचना की गई है। इसकी भाषा अति सरल, स्पष्ट तथा अव्यक्तिगत है। यह पुस्तक विद्यार्थियों और प्राध्यापकों के लिए उपयोगी व सहायक सिद्ध होगी।
आर॰ सी॰ भाटिया, एम॰ए॰ अर्थशास्त्र, एम॰ काम, पीएचडी, दिल्ली विश्वविद्यालय के श्याम लाल कालेज के वाणिज्य विभाग में पढ़ाते रहे हैं। उनकी 35 क्रतियां प्रकाशित हो चुकी हैं। उनके कई लेख अखबारों व पत्रिकाओं में छप चुके हैं।
श्री भाटिया अनेक संस्थानों से जुड़े हुए हैं, जैसे, भारत के कम्पनी सचिव; लागत और वर्क्स एकाउंटैंट्स संस्थान; इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय; गुरु गोबिन्द सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय; उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय, बरेली; अखिल भारतीय प्रबंधन संघ; भारतीय इलैक्ट्रानिक्स और टैलीकम्यूनिकेशन इन्जीनियर्स संस्थान; राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान; और दिल्ली, हरियाणा व और उत्तर प्रदेश तकनीकी शिक्षा बोर्ड। वह कई विशेषज्ञ परीक्षा निकायों और केन्द्रीय एवं राज्य स्तर की पाठ्यक्रम समितियों के सदस्य हैं।
- Publisher : Atlantic Publishers and Distributors (P) Ltd; Edition (1 January 2012); Atlantic Publishers and Distributors (P) Ltd
- Language : Hindi
- Hardcover : 728 pages
- ISBN-13 : 9788126917563
- Item Weight : 0.921 Kg
- Dimensions : 22.3 x 14.5 x 5 cm
- Reading Age : 16+
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